कोरोना और
डिप्रेसन – Shushant Singh Rajput
कृपया एक-दूसरे
से बात करें, कृपया एक-दूसरे
के साथ रहें। ये वक्त साथ देने का है हौसला देने का है | कल जो हुआ नही होना चाहिए था मगर अब कुछ नही क्र सकते है |
जी हां, सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली है। क्यों ? ये किसी को भी अभी तक पता नही है |
#shushantsinghrajput #committed_suicide #exit_from_depression #talktofriend
क्या डिप्रेसन
इसका वजह हो सकता है, मीडिया के द्वारा
पता चला की वह पिछले छह महीने से क्लिनिकल डिप्रेशन में चल रहा था, तीन महीने से
हाउस अरेस्ट था जो पूरा देश है ।
वह केवल 34 वर्ष का था। सफलता, पैसा, शिक्षा सब उसकी
मुट्ठी में था । फिटनेस, फ्रेंडली, पॉजीटिव atitude,
दिल्ली का इंजीनियर और मुंबई का स्टार, लाखो दिलो में राज करने वाला, लाखों लड़कियों की धड़कन में बसने वाला, अचानक से क्या हो गया, क्या आप इस तरह से अपना जीवन समाप्त कर सकते हैं?
शुशांत सिंह राजपूत ने लगाई फांसी - पूरी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे
इस मुस्कुराते
हुए लड़के को किस तरह का दुःख हो सकता है?
धारावाहिक की इतनी लोकप्रियता, पहली फिल्म
काई पो चे से अपनी करियर की शुरुवात और उसके बाद एक से एक फिल्मे ’,
ब्योमकेश बख्शी, महेंद्र सिंह धोनी जैसे ब्लॉकबस्टर फिल्मे | जीवन को देखते हुए कभी भी किसी को ऐसा भी नही
हुआ की ऐसा भी कुछ हो सकता है ।
क्या यह लड़का
आत्महत्या कर सकता था? इसने आत्महत्या कर लिया !
और इसलिए आज आप
सबसे बोलना है । एक दुसरे से बात करो । जब आप कोई ख़राब मूड में हों, तो उसे अकेला न छोड़ें। उसे मैसेज करें,
उसे बहुत कसकर गले लगाएं। मानसिक स्वास्थ्य
होना आज के समय में सबसे ज्यादा आवश्यक है। किसी के मन में क्या चल रहा है,
यह कोई नहीं कह सकता। लेकिन हम कम से कम कोशिश
कर सकते हैं।
जो लोग इस सोशल
मीडिया पर हैं, उनसे अनुरोध है की कृपया अपने दोस्तों को फोन करें अगर आप
परेशान हैं, निराश हैं,
तो कोई भी आपको जज नहीं करेगा। अगर आप उदास हो,
तो हाथ उठाओ। डिप्रेसन एक बहुत ही आम समस्या है, इसे छिपाएं नहीं। यदि आप गाना गाना चाहते हैं,
तो उसे जोर से गाएं, यदि आप टिक-टोक में वीडियो बनाना चाहते हैं, तो बस इसे करें, जो आपको पसंद है वह करें। हमें कोरोना के साथ-साथ डिप्रेशन
से भी लड़ना होगा। आइए हम सब सूरज को चमकते हुए रखें। बस अपने आप को बताओ |
"मैं अंधेरे को
निगलने नहीं दूंगा, मैं हार नहीं
मानूंगा, मैं हार नहीं
मानूंगा।"
अपने दोस्तों के साथ रहो अपने परिवार से बाते शेयर करो, यद् रखो जिन्दगी से बढकर कुछ भी है |
जिंदगी एक तोहफा है, कुबूल कीजिये
जिंदगी एक एहसास है, महसूस कीजिये
जिंदगी एक दर्द है, बाँट
लीजिये
जिंदगी एक आंसू है, पी
लीजिये
जिंदगी एक प्यास है, इसे
प्यार कीजिये
जिंदगी एक जुदाई है, सबर
कीजिये
जिंदगी एक मिलन है, मुस्करा
लीजिये
जिंदगी आखिर जिंदगी है, इसे
जी भरकर जी लीजिये |
शुशांत सिंह
राजपूत के आत्मा को परमेश्वर शांति दे |
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